ऐडसेंस इनकम ज़्यादा कैसे कर सकते हैं

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ब्लॉग से कमाई करना बहुतों को आकर्षित करता है, और इस काम को गूगल ऐडसेंस आसान बनाता है। इसलिए यह आज नम्बर ऐड नेटवर्क बना हुआ है।

हालांकि एफ़िलिएट मार्केटिंग और सीपीए मार्केटिंग में ज़्यादा कमाई है लेकिन ऐडसेंस में मन की शांति है। ऐडसेंस किसी बचत खाते की तरह काम करता है, जिसमें आपको तय ब्याज दर मिलती है, जबकि एफ़िलिएट मार्केटिंग किसी म्यूचुअल फ़ंड इंवेस्टमेंट की तरह है, जहाँ आमदनी बहुत ऊपर नीचे जा सकती है।

यह पोस्ट ऐडसेंस और एफ़िलिएट मार्केटिंग की तुलना के लिए नहीं है, लेकिन बहुत से ब्लॉगर यही पूछते हैं कि वो ब्लॉग पर ऐडसेंस लगाकर कितना कमा सकते हैं? कभी कभी वो सवाल को घुमाकर भी पूछते हैं कि मैं ऐडसेंस से कितना कमा रहा हूँ? सवाल किसी भी तरह से पूछें, लोग ब्लॉगिंग को फ़ुल टाइम जॉब की तरह देखना शुरु कर चुके हैं। इसलिए मिलने वाली सैलरी के बारे में प्रश्न करना तो बनता है।

ऐडसेंस इनकम बढ़ाएं

ऐडसेंस से कितनी कमाई हो सकती है?

अगर आपका ब्लॉग प्रोफ़ेशनली डिज़ाइन है, उस अच्छा कंटेंट होने के साथ-साथ आपके कस्टम डोमेन और उसी डोमेन की ईमेल प्रयोग कर रह हैं तो बहुत अच्छी बात है। आपका ब्लॉगिंग प्लेटफ़ॉर्म ब्लॉगर है या वर्डप्रेस यह बात इतनी मायने नहीं रखती है।

जहाँ कितना कमा सकने हैं, तो जब मैं नया ब्लॉगर था और अपने ब्लॉग से कमाई के बारे में सोचता था, तो यही सवाल मेरे ज़हन में भी आता है। मैं बहुत से ब्लॉगर्स को उस समय बात करते सुना था कि ऐसे भी कीवर्ड होते हैं, जिन पर पोस्ट लिखी जाए तो एक क्लिक से कई डॉलर्स मिल सकते हैं। इस तरह ऐडसेंस से हज़ारों डॉलर कमाए जा सकते हैं। मुझे लगता है कि अगर मैं इतना कर पाया तो इससे ज़्यादा और क्या चाहिए? लेकिन सच बताऊँ तो मुझे आज तक एक बार ही एक क्लिक पर $19.5 मिला है, लेकिन पता नहीं कैसे? और मैं उतना भी कमा नहीं पाया हूँ जितना दम दूसरे ब्लॉगर भरते हैं। आइए जानने की कोशिश करते हैं कि इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं।

ऐडसेंस इनकम की भविष्यवाणी

आपको जानकर हैरानी होगी, कि कोई अपनी कल की ऐडसेंस इनकम को नहीं जान सकता है, क्योंकि आप नहीं जानते कि कौन सा ऐड दिखेगा और उस पर हुए क्लिक से आपको कितना मिलेगा? ऐडसेंस इनकम बहुत सी बातों पर निर्भर करती है। नीचे कुछ बातें दी जा रही हैं, जिन पर ऐडसेंस इनकम आधारित है:

1. ब्लॉग किस बारे में है

ऐडसेंस के बेसिक से शुरुआत करते हैं। गूगल ऐडसेंस ऐडवर्ड पर निर्भर करता है, जहाँ एडवर्टाइज़र्स कीवर्ड पर बोली लगाते हैं और हम-आप जैसी साइटों पर विज्ञापन दिखाते हैं।

समय के साथ ऐडवर्टाइज़र्स स्मार्ट बन गए हैं, और वे लम्बे कीवर्ड पर बोली लगाते हैं, जिससे उनको बढ़िया कनवर्ज़न मिलता है।

साथ ही साथ, ब्लॉगिंग के कुछ विषय ऐसे हैं जिनपर अधिक कमाई होती है तो दूसरों पर कम। उदाहरण के लिए हेल्थ, फ़िनांशियल लोन और लीगल विषयों पर लिखे गए ब्लॉगों पर अधिक सीपीसी मिलता है, और वहीं दूसरी ओर फ़िल्मों और पोस्टर वाले ब्लॉग्स ज़्यादा कमाल नहीं कर पाते हैं। टेक्नोलॉजी ब्लॉग की औसत कमाई होती है, और एक क्लिक पर मिलने वाली क़ीमत बहुत सी बातों पर निर्भर होती है।

ब्लॉग ट्रैफ़िक टिप्स

2. ट्रैफ़िक और डेमोग्राफ़िक

ऐडसेंस इनकम आपके ब्लॉग आडियंस के देश और डेमोग्राफ़िक (लिंग, आयु, शिक्षा, आमदनी आदि) पर पूरी तरह निर्भर होती है। अगर आप उन ब्लॉगों की रिपोर्ट्स देखें जिनपर अमेरिकी ट्रैफ़िक ज़्यादा है तो वहाँ कास्ट पर क्लिक ज़्यादा होने की बात सामने आती है। दूसरी ओर भारत जैसे विकासशील देशों में सीपीसी बहुत ही कम मिलता है। ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों देशों के नागरिकों ख़रीददारी क्षमता अलग-अलग है।

3. कुछ अन्य बातें

ब्लॉग किस बारे में है, किस देश से पाठक ज़्यादा हैं और डेमोग्राफ़िक क्या कहता है? ये सब बातें ब्लॉग की कमाई पर सीधा असर डालती हैं। लेकिन साथ ही साथ ऐड प्लेसमेंट, ऐड ब्लेंडिंग और ऐड फ़ार्मेट भी ऐडसेंस इनकम में अप-डाउन लाते हैं।

सभी बातों को अपने हिसाब से तय किया जा सकता है, बस आपको उन्हें एबव द फ़ोल्ड रखना है और चतुराई से ब्लॉग थीम के साथ ब्लेंड करना है। आप आपके ब्लॉग की ऐडसेंस इनकम कितनी होगी इसके लिए ब्लॉग शुरु करते समय बहुत से बातें उसको प्रभावित करेंगी।

कुछ ब्लॉगर ऐडसेंस इनकम को ध्यान में रखकर ही अपना ब्लॉग शुरु करते हैं। भई पैसे कमाना कोई बुरी बात थोड़े ही है। लेकिन जल्दी अच्छे रिज़ल्ट्स न मिलने की वजह से वो अपने सपनों का पीछा छोड़ देते हैं। ब्लॉगिंग के बारे अनुभवहीनता के कारण कंटेंट अच्छा नहीं होता है जिससे समय के साथ साइट पिछड़ती जाती है, और आप अपने ब्लॉग से ज़्यादा समय कमा नहीं पाते हैं।

आज ऑनलाइन अनेकों ऐडसेंस ऑप्टिमाइज़ वर्डप्रेस थीम्स और ब्लॉगर टेम्पलेट मौजूद हैं, साथ ही वो एसईओ फ़्रेंडली भी होते हैं। इनके प्रयोग से आपको ब्लोग आगे बढ़ाने में काफ़ी मदद मिलती है।

इसलिए आगे से जब खुद से सवाल करें, कि मैं अपने ब्लॉग से कितना कमा सकता हूँ तो आप किस बारे में ब्लोग लिख रहे हैं, इस बात पर विचार ज़रूर कीजिएगा। साथ ही साथ अपनी टार्गेट आडियंस के देश और डेमोग्राफ़िक का भी ख़्याल रखिएगा।

अगर आपको लगता है कि यह पोस्ट किसी के काम आ सकती है, तो इसे सोशल मीडिया पर शेअर करना मत भूलें।’

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Founder, Tech Prevue. Doing Pro Blogging Since 2008.

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