Post Title Importance in terms of Search Engine Results.
पोस्ट शीर्षक (Blog Post Title) का आपके ब्लॉग का ऑरगैनिक ट्रैफ़िक [Organic Search – Know More] बढ़ाने में ख़ासा महत्व होता है। गूगल, याहू, बिंग और यांडेक्स (Search engines: Google, Yahoo, Bing and Yandex) में पोस्ट शीर्षक की सीमा को लेकर अपने नियम हैं। पोस्ट शीर्षक किसी भी ब्लॉग पोस्ट का एक अहम भाग होता है जो कि सर्च इंजनों में आपकी पोस्ट की सामग्री की अपेक्षा अधिक महत्व रखता है। इसलिए किसी भी पोस्ट शीर्षक को अपने पोस्ट की सामग्री के अनुरूप रखना चाहिए ताकि सर्च इंजन द्वारा उसका महत्व बना रहे। बहुत से ब्लॉगर सोचते हैं कि शीर्षक जितना भड़कीला होगा पाठक उतना आकर्षित होंगे। यह ग्रुप बाजी में चल सकता है लेकिन गूगल पेंगुइन (Google Penguin) के आगे इसकी दाल नहीं गलने वाली। इसलिए आज बहुत से स्वयं को अच्छा जताने वाले ब्लॉग अपने बड़बोलेपन के कारण महत्वहीन समझकर सर्च इंजन परिणामों में नीचे ढकेल दिये गये हैं। अत: उनसे सीख लेते हुए आपको सारी दुनिया को अपना पाठक समझना चाहिए न कि अपने ग्रुप को। इस काम के लिए आपको अपने पोस्ट शीर्षक में पोस्ट सामग्री की एक संतुलित नपी-तुली झलक प्रस्तुत करनी होगी जो कि आम आदमी के साथ-साथ सर्च इंजन बॉटों (Search engine bots) का समझ आये।
इसलिए आज हम बात करने जा रहे हैं कि अपने पोस्ट का शीर्षक कैसे तैयार किया जाये कि SEO की दृष्टि से सब कुछ अपने हक़ में बना रहे। आज जब हम बात करते हैं सब लोग गूगल का ही नाम बोलते हैं लेकिन हमको बिंग और याहू जो अब एक हो गये हैं को भी नहीं नकारना चाहिए। कब कौन कैसे कितना काम आ रहा है इसे सरलता से समझना मुश्किल है, इसलिए कुछ ऐसा करें जिससे सबको एक साथ लेकर चल सकें।
पहले गूगल सर्च में आपके पोस्ट के 66 अंग्रेजी वर्ण (66 English characters) ही दर्शाता था लेकिन अब गूगल ने वर्णों को पढ़ना छोड़कर उन्हें पिक्सल (Pixel) में पढ़ना शुरु किया है। गूगल अब 500 pixel की चौड़ाई में पढ़ता है। इससे अंग्रेजी के अलावा अन्य utf-8 encoding वाली भाषाओं को सर्च से ट्रैफ़िक पाने का भरोसा मिल रहा है। पिक्सल में पढ़े जाने की वजह से अंग्रेजी के लिए वर्ण सीमा 70 तक हो सकती है। नीचे दिये स्क्रीन शॉट यह दर्शाता है कि –
गूगल के पिक्सल में पोस्ट शीर्षक पढ़ने का ‘हिंदी’ (जो कि एक utf-8 भाषाओं में से एक है) ब्लॉगरों को क्या लाभ रहा है।
वहीं याहू 170 वर्ण सीमा (170 English characters limit) तक पोस्ट शीर्षक पढ़ सकता है लेकिन हिंदी शीर्षकों के लिए इसका लाभ घट जाता है। बिंग में भी 70 अंग्रेजी वर्णों की सीमा है लेकिन हिंदी के लिए याहू से कुछ बेहतर परिणाम दिला सकता है।
तो उपरोक्त शीर्षकों के उदाहरण से आपको यह समझ आ रहा होगा कि सर्च इंजन आपके पोस्ट शीर्षक को किस तरह समझते हैं। हमें इन्हीं बातों का ध्यान रखते हुए अपने ब्लॉग पोस्टों के शीर्षक तय करने चाहिए क्योंकि कटे-छटे शीर्षक किसी भी सर्च इंजन खोजी के लिए आकर्षक और लाभदायी नहीं होते हैं चाहे वो आदमी हो या फिर कोई बॉट।
इसलिए हिंदी ब्लॉगरों को चाहिए कि उनके पोस्ट शीर्षक पोस्ट पृष्ठ पर पहले दिखें और उसके बाद उनके ब्लॉग का नाम ताकि उनको अपनी पोस्ट से भी लाभ मिल सकें। ब्लॉगर के सभी सामान्य टेम्पलेटों (Standard Blogger templates) में पहले ब्लॉग का नाम होता है और फिर पोस्ट शीर्षक।
उदाहरण : Example of customized Blogger post title
सामान्य ब्लॉग पर ऐसा होता है – मेरा ब्लॉग: मेरी पहली पोस्ट
जबकि इसे कुछ यूँ होना चाहिए – मेरी पहली पोस्ट « मेरा ब्लॉग
ताकि गूगल और दूसरे सर्च इंजनों में ‘मेरी पहली पोस्ट‘ खोजे जाने पर आपकी पोस्ट समबंधित परिणामों के साथ साफ़-साफ़ नज़र आये।
इस प्रकार का परिवर्तन ब्लॉग पर किस प्रकार किया जाये इस पर वर्ष 2009 में मैं पहले भी पोस्ट बना चुका हूँ आपको उसका संदर्भ लेना चाहिए। इसके लिए आप नीचे दिए लिंक पर जायें।
एसईओ फ़्रेंडली पोस्ट शीर्षक
How to make post title SEO friendly in Blogger?
अब वापस पोस्ट शीर्षक के वर्णों की संख्या पर बात करते हैं। आप सदैव पोस्ट के शीर्षक में वर्णों की संख्या को 60 या उससे कम रखें ताकि वह गूगल द्वारा पिक्सल में नापकर काटा न जा सके। इसके लिए आप पोस्ट शीर्षक में वर्णों की गणना इस आनलाइन टूल द्वारा कर सकते हैं। इसका प्रयोग शुरुआती दौर में करना पड़ सकता है लेकिन धीरे-धीरे स्वयं समझ आने लगता है कि शीर्षक कितना लम्बा हो तो गूगल सर्च में दिख जायेगा।
पोस्ट शीर्षक में शब्दों और वर्णों की गणना
Words and Character Counter
https://taknikdrashta.com/words-and-character-counter/
इस पोस्ट का समापन इस आशा के साथ कि आप सभी इस पोस्ट से लाभांवित हो सकेंगे।
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