आप उस देश में रहते हैं जहाँ आपके पैरेंट आपके करियर का चुनाव करते हैं। अगर आप एक डॉक्टर, एक इंजीनियर, एक आर्किटेक्ट या एक चार्टेड एकाउंटेंट है तभी आपका करियर सही माना जाता है। अगर आप इसके अलावा और कुछ करते हैं तो करियर को अनुचित माना जाता है। तो आपके पैरेंट ने करियर के बारे में आपसे क्या-क्या झूठ बोले हैं?
करियर के बारे में पैरेंट क्या झूठ बोलते हैं?
1. बेटा! साइंस में बहुत स्कोप है
जब करियर बनाने के लिए हमें स्ट्रीम को चुननी होती है तो हमारे पैरेंट सबसे पहले यही बात बोलते हैं। हमारे ऊपर दबाव बनाया जाता है कि केवल साइंस स्ट्रीम चुनकर ही हम दौलत और शोहरत कमा सकते हैं।
2. गाना, बजाना, नचाना या अन्य किसी आर्ट में करियर नहीं है
इस बात से कोई फ़र्क नहीं पड़ता है कि हम लता मंगेश्कर को कितना सुनते हैं और एक्टिंग में शाहरुख की सराहना करते हैं, लेकिन जब इन फ़ील्ड्स को करियर के रूप में चुनने की बात चलती है, तो घर वाले बहुत मना करते हैं। क्या आप इस बात को मानते हैं कि करियर चुनते समय एम.एफ़. हुसैन से भी कहा गया था कि पेटिंग में कोई करियर नहीं बन सकता?
3. ज़्यादा अंक लाकर ही आप अच्छा करियर बना सकते हैं
कुछ हद तक ये बात बिल्कुल सही है, लेकिन क्या हमेशा ऐसा होता है? पढ़ाई के दौरान अच्छे अंक लाना ज़रूरी है तो भी सिर्फ़ इतना करना ही काफ़ी नहीं है। जब आप किसी प्रोफ़ेशनल फ़ील्ड में काम करते हैं तो आपको उससे प्यार होना चाहिए, उसके प्रति पैशन होना चाहिए और उसके प्रति निष्ठा होनी चाहिए। साथ ही एक्सपीरियंस तो बहुत ही ज़रूरी होता है जो कि आपकी मार्कशीट पर कहीं मेंशन नहीं होता है। इसलिए अपना करियर बनाने के लिए अच्चे अंक लाना ही अकेला रास्ता नहीं है।
4. वही सपने देखो जो पूरे कर सकते हैं
क्या आप किसी चिड़िया को अपनी सबसे ऊँची उड़ान भरने से रोक सकते हैं? हमारे माता-पिता और पूर्वजों ने उतने ही पर फैलाए जितना उनसे उड़ने के लिए कहा गया, लेकिन आज समय बदल चुका है और आप बहुत कुछ करके अपना करियर बना सकते हैं। हम पहले सपने देखते हैं और फिर उन्हें पूरा करते हैं इसलिए आज भारतीय देश-विदेश में अपना नाम कमा रहे हैं। इसी राह पर चलकर प्रख्यात हस्तियों ने अपनी अपनी फ़ील्ड में अपनी श्रेष्ठता साबित की।
5. लिंग के आधार पर करियर चुनना
एक लड़की होने के नाते आपको एक टीचर, बैक ऑफ़िस जॉब या बैंकर की जॉब करनी चाहिए क्योंकि आपकी सुरक्षा के दृष्टि से सही करियर हैं। एक्टिंग, पत्रकारिता और ऐसे बहुत से करियर में बहुत सक्रियता और जोखिम होता है; लड़कियाँ इन कामों के लिए नहीं बनी हैं।
6. बेटा खेल कूद छोड़ के पढ़ाई करो
आपकी सुबह इसी लाइन से शुरु होती है और रात इसी पर ख़त्म! आपके पैरेंट पढ़ाई के साथ आपको क्रिकेट, टेनिस आदि खेल खेलने तो देते हैं लेकिन करियर के रूप में चुनने नहीं देते। तो क्या आप धोनी या सायना नेहवाल नहीं बन सकते हैं?
बेशक़ सही माता-पिता अपने बच्चे को सबसे अच्छा बनाना चाहते हैं और इसके लिए वे पूरा प्रयास करते हैं। लेकिन इसका अर्थ ये नहीं है कि वे अपने बच्चों के टैलेंट को नज़र अंदाज़ कर दें। आज के समय में, हर फ़ील्ड में करियर बनाने के बहुत से अवसर हैं। डॉक्टर और इंजीनियर बनकर करियर बनाना तो बहुत पीछे छूट गया है। हम उस वक़्त में जी रहे हैं जब दीपिका पाडुकोन फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड लेते हुए अपने पिता को अपनी पसंद का करियर चुनने देने के लिए धन्यवाद देती है।
पैरेंट किसी करियर के जुड़े फ़ायदे नुक़सान बताने और सुझाव देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन फिर भी किसी अवसर को करियर के रूप में अपनाने को सिरे से नकार नहीं सकते हैं। अगर ऐसा है तो ग़लत है, आपको अपने पैरेंट से इस बारे में बात करनी चाहिए।