साइडबार वह स्थान है जहाँ आप पाठकों को यह दर्शाते हैं कि आप उन्हें क्या पेश कर रहे हैं। प्राय: हम नीचे दी गयी चीज़ें अपनी ब्लॉग की साइडबार में दर्शाते हैं –
1- सोशल मीडिया विजेट, 2- टॉप पोस्टें, 3- नयी पोस्टें, 4- सर्च बॉक्स, 5- विज्ञापन, 6- पोस्ट आर्काइव्स या लेख संग्रह, 7- लेबल्स या पेज लिंक्स
इसका ये मतलब कभी नहीं होता है कि आपको उपरोक्त सभी चीज़ों को ब्लॉग की साइडबार में रखने की आवश्यकता है। यह दो बातों पर निर्धारित होता है –
1. आप कितनी सामग्री (कहानी, कविताएँ, लेख इत्यादि) अपने ब्लॉग पर प्रकाशित करते हैं?
2. आपके ब्लॉग लिखने का क्या उद्देश्य है?
यदि आप बहुत अधिक सामग्री प्रकाशित कर रहे हैं तो आपको सोशल मीडिया का प्रयोग कर उसका प्रभाव साइडबार में दर्शा सकते हैं। इसके अतिरिक्त अन्य स्थिति में आपको साइडबार में केवल उन्हीं विजेट को रखना चाहिए जिनसे आपके अपने ब्लॉग के लिए अधिक से अधिक पाठक आकर्षित कर सकते हैं।
यदि आपके ब्लॉग का उद्देश्य मात्र कमाई करना है तो आपको अपने ब्लॉग की साइडबार में विज्ञापनों को सही स्थान देना आवश्यक है। साइडबार को कभी भी एफ़िलियेट विज्ञापनों से नहीं भरना चाहिए क्योंकि इनसे शीघ्र पैसे कमाना आसान काम नहीं है।
ब्लॉग साइडबार में की जाने वाली 5 प्रमुख ग़लतियाँ
यदि आपको अपने ब्लॉग का निर्धारित उद्देश्य प्राप्त करना है तो आपको ये ग़लतियाँ कभी नहीं करनी चाहिए –
कबाड़ को साइडबार में ऊपर स्थान न दें
ये वो पहली ग़लती है जो ब्लॉगर सबसे पहले करते हैं। वो एक ऐसे गैजेट या सामग्री को ऊपर स्थान देते हैं जो साइडबार में कहीं भी हो इससे पाठकों को कोई ख़ास लगाव नहीं होता है। इसलिए पहले प्राथमिकता दें कि किस चीज़ को ऊपर रखना अधिक लाभकारी है। इसलिए ऐसे विजेटों को पहले दर्शायें जो आपको या तो रुपये कमाने में मदद करें या फिर आपके ब्लॉग पाठकों की संख्या में बढ़ोत्तरी करें। अत: विज्ञापनों और ईमेल सब्स्क्रिप्शन विजेट ऊपर रखने चाहिए।
साइडबार दृश्य भाग की सही समझ न होना
कभी भी महत्वपूर्ण सामग्री को साइडबार में बिना सोचे समझे कहीं भी नहीं रखना चाहिए। साइडबार को पहले तीन भागों में ऊपर से नीचे बाँट लेना चाहिए।
1. साइडबार का वह भाग जो पाठक बिना स्क्राल किये ही देखते हैं
2. साइडबार का वह भाग जो पाठक नीचे की ओर थोड़ा-सा स्क्राल करके देखते हैं
3. साइडबार का वह भाग जिसे देखने के लिए पाठकों को बहुत अधिक नीचे तक स्क्राल करना पड़ता है
अत: आपको ऐसे विजेट जिनसे कमाई अधिक हो या अधिक लाभकारी साबित हो उसे ऐसे क्षेत्र में रखना चाहिए जिसे देखने के लिए थोड़ा भी स्क्राल न करना पड़े। इसी प्रकार अपनी प्राथमिकता अनुसार साइडबार में सामग्री को रखना चाहिए।
सर्च बॉक्स का महत्व न समझना
यदि आपने सर्च बॉक्स को ब्लॉग हेडर, नेवीगेशन बार या साइडबार में नहीं रखा है तो यह भी एक बहुत ही बड़ी ग़लती है क्योंकि यदि पाठक आपके ब्लॉग पर किसी सामग्री जैसे लेख आदि को खोजना चाहता है तो वह नयी-पुरानी पोस्टों को एक-एक करके नहीं खंघालेगा। इसलिए कहीं नहीं तो साइडबार के ऊपरी भाग में तो सर्च बॉक्स या ब्लॉग सर्च विजेट अवश्य रखें। जिससे पाठक आपके ब्लॉग पर अधिक समय बिताये और आपकी पोस्टें इच्छानुसार पढ़ सके।
निरुद्देश्य (बिना उद्देश्य) होना
साइडबार में सामग्री को उद्देश्यपूर्वक किसी निश्चित स्थान पर रखें। इसलिए साइडबार के उद्देश्य को सावधानीपूर्वक समझें –
– नये ब्लॉगरों को अपने पाठकों की संख्या निरंतर बढ़ने पर अधिक ध्यान देना चाहिए
– जो ब्लॉगर अपना कुछ समय ब्लॉगिंग में बिता चुके हैं उन्हें पाठकों के पसंद और अपनी प्राथमिकता को इसप्रकार समायोजित करना होता है कि पाठक आपके ब्लॉग में रुचि लें और ब्लॉगर की कमाई भी हो।
– जो ब्लॉगर लम्बे समय से ब्लॉगिंग कर रहे हैं उन्हें कमाई और अधिक लोकप्रिय सामग्री को पहले दिखाना चाहिए और उसके बाद अपने पाठकों को बढ़ाने के लिए ईमेल सब्स्क्रिप्शन विजेट को रखना चाहिए।
आवश्यकता से अधिक विजेटों का प्रयोग
बहुत से ब्लॉगर साइडबार में इतने अधिक विजेट ब्लॉगर में ठूँस देते हैं कि उनकी साइडबार ही उनके ब्लॉग को लोड नहीं होने देती यानि ब्लॉग बहुत देर से खुलता है और आप अपने अधिकांश पाठक खो देते हैं। इसलिए सिर्फ़ उन्हीं विजेट का प्रयोग करें जिनकी सच में आपको आवश्यकता है। दिखावे के लिए किसी विजेट का प्रयोग नहीं करिए। आपके लिए पाठक आवश्यक हैं न कि फ़ालतू दिखावा।
मैंने अधिकांश ब्लॉगरों को उपरोक्त ग़लतियाँ करते हुए देखा है जिसके कारण वे अपनी ब्लॉगिंग के उद्देश्य पूरे नहीं कर पाते हैं और ब्लॉगिंग को छोड़ देते हैं। यदि आपके पास भी कोई सुझाव है तो हमें अवश्य अवगत करायें।
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Sir aap mera ye blog check kr ke kuch tips de
Bhai aap apne blog ki theme change karen pahle kyunki blogger ki default theme itni aakarshak nhii hoti hai.