फ़ीडबर्नर द्वारा नए लेख पाठकों को उनकी ईमेल पर भेजना बहुत आसान है। ब्लॉग पाठक भी आसानी से आपके ब्लॉग की फ्री सदस्यता प्राप्त कर सकते हैं। जिसमें पाठकों को फ़ीडबर्नर फ़ीड के द्वारा नई पोस्ट अथवा उसकी सूचना ईमेल पर मिल जाती है।
आपको जानकार अच्छा लगेगा कि फ़ीडबर्नर यूआरएल पर भी कस्टम डोमेन लगाया जा सकता है। इसे फ़ीडबर्नर डोमेन ब्रांडिंग कहा जाता है। आइए जानें – कैसे फ़ीडबर्नर के साथ कस्टम डोमेन का प्रयोग किया जाता है।
फ़ीडबर्नर माइब्रैंड / Feedburner MyBrand
माइब्रैंड गूगल फ़ीडबर्नर की एक खास सेवा है, जो ब्लॉग फ़ीड के लिए फ़ीडबर्नर फ़ीड प्रयोग करने की स्थिति में कस्टम डोमेन पर लाने की सुविधा देती है। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि मेरा डोमेन techprevue.com है और अगर मैं इस डोमेन को फ़ीडबर्नर के साथ प्रयोग करूँ तो मेरे ब्लॉग फ़ीड में कुछ यूँ बदलाव होगा –
इसे डोमेन ब्रांडिंग कह सकते हैं, क्योंकि आप एक कस्टम डोमेन प्रयोग कर रहे हैं। इससे आपकी साइट अधिक प्रोफ़ेशनल हो जाती है। लेकिन इसके बाद भी आप फ़ीडबर्नर का क्रेडिट नहीं हटा सकेंगे। लेकिन फिर भी कस्टम डोमेन पर अपना ब्लॉग फ़ीड होना बहुत अच्छी बात है।
फ़ीडबर्नर फ़ीड के साथ कस्टम डोमेन प्रयोग करना
गूगल फ़ीडबर्नर माइब्रांड को प्रयोग करना बेहद सरल है। इसके लिए ज़रूरी है कि आप गूगल फ़ीडबर्नर फ़ीड का प्रयोग अपने ब्लॉग पर कर रहे हों। इस सुविधा का प्रयोग करने के लिए अपने डोमेन के डीएनएस रिकॉर्ड में कुछ इंट्रीज़ करनी होंगी।
1. गूगल फ़ीडबर्नर खाते में लॉगिन होकर दायीं ओर ऊपर दिए माइ एकाउंट “My Account” लिंक पर क्लिक कीजिए
2. अब आपको बायीं ओर माइब्रैंड “MyBrand” लिखा दिखेगा। इस पर क्लिक कीजिए।
इस पेज पर आपको को हल्के पीले रंग से हाइलाइट एक लाइन दिखेगी। जिसमें सीनेम “CNAME” रिकॉर्ड की वैल्यू दी होगी।
3. डीएनएस सेटिंग्स में सीनेम बनाकर उसे दी गयी वैल्यू पर प्वाइंट कीजिए
4. आप माइब्रैंड पेज पर दिए कस्टम सब-डोमेन में feeds.your-domain.com टाइप करके ऑप्शन एक्टिवेट “Activate” बटन पर क्लिक कीजिए
इस डीएनएस सेटिंग को इंटरनेट पर प्रोपोगेट होने में 5 मिनट से लेकर 72 घंटे लग सकते हैं। इसलिए थोड़ा धैर्य बनाए रखिए।
जब यह डीएनएस प्रोपागेशन पूरा हो जाएगा तो आपका ब्लॉग फ़ीड अपने डोमेन पर काम करने लगेगा।
ध्यान देने की बात है कि आपको फ़ीडबर्नर फ़ीड स्पेसिफ़िक डोमेन नेम प्रयोग करने के बाद अपने सभी फ़ीड यूआरएल को सभी विजेट में भरना होगा और सभी जगह जहाँ फ़ीड यूआरएल जमा किए हों दुबारा करने की आवश्यकता पड़ सकती है।
बहुत ही बढ़िया पोस्ट साझा की हैं आपने