ब्लॉग बनाते ही, जब कमाई का विचार आने लगते हैं तो गूगल ऐडसेंस की याद आ जाती है, क्योंकि बहुत से लोग कमा रहे हैं और ये सबसे अधिक कमाई कराने वाला अच्छा ऐड नेटवर्क है। आज कल गूगल ऐडसेंस क्वालिटी कंटेंट पर बहुत ध्यान दे रहा है, इसलिए आपको उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरना होगा। वरना आपका ऐडसेंस एकाउंट डिसेबल हो जाए तो हाथ ख़ाली रह जाएंगे।
जिनके पास भी ऐडसेंस एकाउंट है वो कभी भी “Google AdSense Ad Serving has been Disabled to Your Site” सबजेक्ट लाइन वाली कोई ईमेल इनबॉक्स में देखना नहीं चाहते हैं। कुछ एक अभागे ब्लॉगर्स को ऐसी ईमेल मिल भी जाती है। जिसके बाद वो बहुत निराश हो जाते हैं।

ऐडसेंस एकाउंट डिसेबल है तो खुलवाएँ
ऐडसेंस एकाउंट डिसेबल होने के एक या एक से अधिक कारण हो सकते हैं। जैसा कि हम आपको पहले ही ऐडसेंस पॉलिसी के बारे में बता चुके हैं, तो सबसे पहले आपको उन्हें पढ़कर अपने ब्लॉग पर ऐड्स को ऑप्टीमाइज़ करना चाहिए। जिससे पॉलिसी सम्बंधित ईशू फ़िक्स किए जा सकें।
बहुत बार ब्लॉगर सोचता है कि वो कोई कॉपीराइट कंटेंट पब्लिश नहीं कर रहा है, वो किसी ऐसे ब्लॉग का लिंक लगा सकता है, जिस पर पॉलिसी का उल्लंघन हो रहा है। क्योंकि वो तो उल्लंघन नहीं कर रहा है, इसलिए उसके ऐडसेंस एकाउंट को कुछ नहीं होगा।
जैसे किसी चोरी में सहायता करने वाले चोर को सज़ा होती है, उसी तरह अगर आप पायरेट कंटेंट डालने वाले का लिंक प्रोमोट करेंगे तो गूगल ऐडसेंस को इससे आपत्ति होगी और टीम आप ऐडसेंस एकाउंट डिसेबल कर देगा।
साइट लेवल उल्लंघन रिज़ाल्व करने के तरीके
अगर यह एकाउंट लेवल उल्लंघन न होकर सिर्फ़ साइट लेवल उल्लंघन हो तो आप कुछ चीज़ों को फ़िक्स कर सकते हैं। ताकि आपके साइट पर विज्ञापन दुबारा दिखने लगें।
– अपनी ब्लॉग की उन पोस्टों को हटाइए, जो ऐडसेंस पॉलिसी के खिलाफ़ हैं।
– उन पोस्टों से ऐडसेंस ऐड हटा दीजिए, जो ऐडसेंस पॉलिसी के हिसाब से ठीक नहीं हैं।
– कंटेंट में अगर बदलाव करने के लिए कहा गया हो तो बदलाव कर दीजिए।
– बेकार कंटेंट को हटाकर, ब्लॉग पर नया डोमेन लगाकर दुबारा ऐडसेंस के लिए आवेदन कीजिए।
– आप उस साइट को अथराइज़्ड साइट्स के अंतर्गत ब्लॉक भी कर सकते हैं।
साइट लेवल वायलेशन हटाना
गूगल ऐडसेंस टीम ने साइट लेवल वायलेशंस को मैनेज करने के लिए बहुत आसान विकल्प दिए हैं। जिसमें ऐडसेंस डैशबोर्ड पर साइट का वायलेशन नोटिस दिखता है। नोटिस में आप वायलेशन की जानकारी पढ़ सकते हैं और उसके बाद अपनी साइट पर उचित बदलाव कर सकते हैं। एक बार जब आप बदलाव कर लें तो वायलेशन नोटिस में दिए “Mark Resoved” बटन पर क्लिक करें। जिसके बाद आपको अपने बदलाव से संबंधित विकल्प मिलेंगे। जिसमें से सही विकल्प चुनकर अपने उल्लंघन को रिसॉल्व्ड मार्क कर सकते हैं।

अच्छा तो यही रहता है कि आप उन कंटेंट को ही हटा दें। मेरी एक पोस्ट में मोज़िला फ़ॉयर फ़ोक्स पर ऐडऑन प्रयोग करके यूटूब वीडियो डाउनलोड करने के बारे में बताया गया था। गूगल ने उस आपत्ति की तो मैंने उस पोस्ट को ही हटा दिया। हालांकि अब गूगल बिना वार्निंग ऐड डिसबेल नहीं करता है लेकिन फिर भी आप वार्निंग आने का इंतिज़ार क्यों करें। आपको फ़ौरन ज़रूरी क़दम उठा लेने चाहिए।
अगर आपकी साइट पर ऐड दिखने बंद भी हो गए हैं तो आप वायलेशन ईशू फ़िक्स करके बाक़ी काम ऐडसेंस टीम पर छोड़ दें। सब ठीक रहा तो एक-आध हफ़्ते में आपकी साइट पर ऐड्स वापस दिखने लगेंगे।
गूगल बस चाहता है कि आप उनके अनुसार ब्लॉगिंग करें और कमाएँ। इसमें बुराई क्या है, कमाने के लिए बॉस का ऑर्डर तो सुनना ही पड़ता है।
दुबारा ऐडसेंस एकाउंट शुरु करवाने के स्टेप्स
अगर कोई इस सिचुएशन में हो तो उसे इस पेज को ठीक से पढ़ना चाहिए। उसके बाद इस कॉन्टैक्ट फ़ॉर्म का प्रयोग करके ऐडसेंस टीम को बता दीजिए कि आपने ज़रूरी बदलाव कर दिए हैं। इसके लिए आप अपने ऐडसेंस खाते वाली ईमेल का ही प्रयोग कीजिए। हालांकि साइट लेवल वायलेशन अब ऐडसेंस डैशबोर्ड से ही सुलझ जाता है लेकिन बात जब एकाउंट लेवल वायलेशन की हो तब कॉन्टैक्ट फ़ॉर्म बहुत उपयोगी होता है।

ऐडसेंस टीम को क्या संदेश भेजें?
– आप गूगल ऐडसेंस को बताएँ कि आप कितने समय से ऐडसेंस पब्लिशर हैं।
– आपकी आमदनी का बड़ा हिस्सा ऐडसेंस से ही आता है।
– ऐडसेंस पॉलिसी और गाइडलाइंस को फ़ॉलो करने की पूरी कोशिश की है।
– जैसे ही आपको पॉलिसी वॉयलेशन की ईमेल मिली आपने कंटेंट हटा दिया या उसे सही कर लिया।
– टीम से रिक्वेस्ट कीजिए कि वो आपका ऐडसेंस एकाउंट दुबारा शुरु कर दें।
– उन्हें बताएँ कि जो हुआ वह एक ग़लती थी, आप भविष्य में उसे नहीं दोहराएंगे।
– अगर ईशू आइडी पता हो तो आपको उसे ज़रूर मेंशन करना चाहिए।
– ऐडसेंस टीम को कॉन्फ़िडेंस में लेते हुए कहिए कि ज़रूर हो तो आप अन्य बदलाव करने को तैयार हैं।
उम्मीद करता हूँ कि आपको एक-आध हफ़्ते में उनकी तरफ़ से ईमेल आ जाएगा, जिसमें ऐडसेंस एकाउंट शुरु करने की ख़ुशख़बरी होगी।
अंतिम बिंदु
मेरी सलाह है कि ब्लॉगिंग करते समय आप उनकी सभी पॉलिसी के बारे में जानें और कंटेंट की क्वालिटी पर पूरा ध्यान दें। धीरे धीरे गूगल ऐडसेंस टीम बहुत अपनी पॉलिसी को लेकर शख़्त रुख़ इख़्तियार कर रही है। इसलिए उपरोक्त बातों का कड़ाई से पालन कीजिए ताकि ऐडसेंस एकाउंट डिसेबल हो ही न!
अगर आपने इस तरह की प्रॉब्लम फ़ेस की है, तो हमारे पाठकों के साथ शेअर करें कि आपने मामला कैसे सुलझाया?