इंटरनेट मार्केटिंग की दुनिया में एडवर्टाइज़र्स के साथ साथ पब्लिशर्स के लिए भी सीटीआर _ CTR महत्वपूर्ण है। एडवर्टाइज़र्स अपने विज्ञापनों को डिज़ाइन करते हैं कि उनको हाई सीटीआर मिले, और पब्लिशर्स भी उस विज्ञापन को इस तरह प्लेस करना चाहते हैं, उनका सीटीआर बढ़े। ये बात ऐडसेंस एडवर्टाइज़र्स और पब्लिशर्स के लिए भी लागू होती है। आइए आज ऐडसेंस सीटीआर की बात करते हैं।
अक्सर कई ब्लॉगर्स इस बारे में प्रश्न करते हैं, इसलिए सीटीआर पर एक पोस्ट लिखना ज़रूरी हो गया। ताकि मेरे ब्लॉग के पाठकों को क्लिक थ्रू रेट _ Click Through Rate के बारे में पर्याप्त जानकारी मिल सके।
एडवर्टाइज़र्स और पब्लिशर्स की दृष्टि से सीटीआर प्रोडक्ट्स बेचने और कमाने के लिए बहुत ज़रूरी फ़ैक्टर है, जिसकी भूमिका बहुत अहम होती है। अगर आप पर्याप्त क्लिक दे पाने में असफल हो जाते हैं तो एडवर्टाइज़र आपको विज्ञापन नहीं देगा। इसलिए आइए सीटीआर की दुनिया में प्रवेश करते हैं, ताकि आप इसकी जानकारी प्राप्त कर सकें।

सीटीआर क्या है?
क्लिक थ्रू रेट को सीटीआर कहा जाता है। सरल शब्दों में जितनी बार विज्ञापन क्लिक किया जाता है, उसे विज्ञापन, ऐड यूनिट या वेबपेज लोड होने की संख्या से भाग दिया जाता है।
यह विज्ञापन पर क्लिक की संख्या और पेज व्यू की संख्या का प्रतिशत होता है।
सीटीआर का फ़ार्मूला
सीटीआर = क्लिक्स की संख्या / विज्ञापन लोड होने की संख्या
सीटीआर% = (क्लिक्स की संख्या / विज्ञापन लोड होने की संख्या) * 100
इसलिए अगर आपका विज्ञापन किसी पेज पर 100 बार लोड हुआ और उस पर 4 लोगों से क्लिक किया तो सीटीआर 4% होगा। आपकी वेबसाइट पर सीटीआर जितना ज़्यादा होता है, आपको उतने अच्छे विज्ञापन मिलते हैं। इसलिए आपको मेरी सलाह है, विज्ञापन वहाँ पर प्लेस कीजिए जहाँ वह विज़िटर्स को साफ़ साफ़ दिखे और उस पर उन्हें क्लिक करने में आसानी हो। यही फ़ार्मूला ऐडसेंस सीटीआर के लिए भी लागू है।
बढ़िया सीटीआर
बहुत से पब्लिशर्स प्रश्न करते हैं कि वो कितने सीटीआर को बढ़िया मानें? जबकि दूसरे पब्लिशर्स कहते हैं कि क्लिक्स तो पर्याप्त मिल रहे हैं लेकिन रेवेन्यू बहुत कम हो रहा है?
ऐडसेंस सीटीआर
जब ऐडसेंस की बात की जाए तो यह गणित फ़ेल हो जाता है, बहुत अधिक सीटीआर होने पर भी अच्छी कमाई की कोई गारंटी नहीं होती है। आपको उन विज्ञापनों पर अधिक ध्यान देने की ज़रूरत पड़ती है, जिनसे पे पर क्लिक से अधिक दाम मिल रहे हैं। यहाँ ऐसा भी होता है कि एक क्लिक में दस क्लिक के बराबर दाम मिल जाएं।