ऑनलाइन कमाई करने का सबसे आसान रास्ता अपना ब्लॉग बनाकर उसपर विज्ञापन लगाना है। गूगल ऐडसेंस के अतिरिक्त आज बहुत से ऐड नेटवर्क मौजूद है, जैसे इंफ़ोलिंक्स, विग्लिंक्स आदि। चूँकि हम अपने ब्लॉग को सिर्फ़ विज्ञापनों से ही नहीं भर सकते हैं इसलिए किसी अच्छे ऐड नेटवर्ट का चयन करना होगा।
गूगल ऐडसेंस विज्ञापन दिखाकर आमदनी करने का अच्छा रास्ता है। एक्सपर्ट के अनुसार गूगल ऐडसेंस से कमाई करना बहुत आसान है, और बहुत से लोग इसके ज़रिए रोज़ हज़ारों रुपये कमा रहे हैं। लेकिन गूगल ऐडसेंस अकाउंट का एप्रूवल मिलना आसान नहीं है।

ऐडसेंस एप्रूवल की शर्तें जानिए
एडसेंस के क्या क्या लाभ होते हैं?
गूगल ऐडसेंस का सबसे बड़ा फ़ायदा इसका विश्वसनीय ऐड नेटवर्क है। जब हम ऑनलाइन कमाई की बात करते हैं, तो बस आप लिखना शुरु कीजिए, विज्ञापन लगाइए और कमाई शुरु।
जब आपके रीडर्स आपके ब्लॉग पर लगे गूगल विज्ञापन पर क्लिक करेंगे तो आपको आमदनी हो जाएगी। जितने ज़्यादा क्लिक उतनी ज़्यादा कमाई। लेकिन ध्यान दीजिए अपने ब्लॉग पर लगे विज्ञापनों पर ख़ुद क्लिक करना गूगल ऐडसेंस पॉलिसी का उल्लंघन है।
गूगल ऐडसेंस आपके ब्लॉग पर अपने कंटेंट के अनुसार विज्ञापन दिखाता है। इसलिए फ़ैशन ब्लॉग पर आपको ऑनलाइन शॉपिंग के विज्ञापन देखने को मिल सकते हैं।
साथ ही साथ यूज़र्स इंट्रेस्ट के अनुसार भी, इसके लिए वह ब्राउज़र कूकीज़ का प्रयोग करता है। इसलिए आपको अपने ब्लॉग पर ऐडसेंस कूकीज़ की जानकारी अपनी साइट के उपयोग की शर्तों में देनी पड़ती है।
इसलिए ऐडसेंस विज्ञापन लगाने पर आपके ब्लॉग पाठकों को उनके इंस्ट्रेस्ट के अनुसार विज्ञापन देखने को मिलते हैं, जिससे उन पर क्लिक आने के चांसेज बढ़ जाते हैं। इसके अतिरिक्त गूगल का सीपीसी यानि एक क्लिक पर मिलने वाला दाम दूसरे नेटवर्क से अच्छा रहता है।
गूगल ऐडसेंस को ही क्यों चुनें?
1. विज्ञापन कोड लगाना आसान है
जब आपको ऐडसेंस एप्रूवल मिल जाता है तो आप डैशबोर्ड के ऐड कोड लेकर उसे अपने ब्लॉग पर स्थापित कर सकते हैं और आपकी साइट पर विज्ञापन दिखने लगेंगे।
ऐडसेंस ऐड यूनिट ब्लॉग पर लगाने का तरीका जानिए।
2. अलग पहचान
विज्ञापन दिखाने के लिए ऐडसेंस एक सबसे बढ़िया और विश्वसनीय ऐड प्रोग्राम है। लेकिन ऐडसेंस सभी ब्लॉग्स पर ऐडसेंस दिखाने की अनुमति नहीं देता है, वह कई ब्लॉग्स को विभिन्न कारणों से रिजेक्ट कर देता है।
ब्लॉग पर ऐडसेंस रिजेक्ट होने के कारण जानिए।
एक बार जब आप अपने ब्लॉग पर ऐडसेंस विज्ञापन दिखने लगते हैं, तो लोगों के बीच आपकी ब्लॉग की पहचान बन जाती है। बहुत से मामलों में ये ग़लत भी हो सकता है।
3. कई साइटों पर विज्ञापन
बहुत से ऐड नेटवर्क पर आपको मैनुअली हर साइट पर जुड़वाना पड़ता है, और एप्रूवल मिलने पर ही आप विज्ञापन दिखा सकते हैं। लेकिन ऐडसेंस अकाउंट मिल जाने पर एक साथ कई साइटों पर विज्ञापन दिखाये जा सकते हैं, बशर्तें वे साइटें गूगल ऐडसेंस पॉलिसी का पालन करती हों।
लेकिन अब गूगल भी होस्टेड ऐडसेंस अकाउंट देने लगा है। जिस पर हर ब्लॉग ऐडसेंस टीम से मैनुअली एप्रूव कराना होता है। लेकिन होस्टेड अकाउंट को आसानी से नॉन होस्टेड अकाउंट में बदला जा सकता है।
होस्टेड एकाउंट को नॉन होस्टेड अकाउंट में बदलना जानिए।
4. सहायता फ़ोरम
किसी दूसरे ऐड नेटवर्क की तुलना में गूगल ऐडसेंस प्रोग्राम प्रयोग करने वाले बहुत से एडवर्टाइज़र्स और पब्लिशर्स हैं। ऐडसेंस की अपनी सहायता फ़ोरम है, जहाँ आप अपने ब्लॉग से कमाई बढ़ाने की टिप्स जान सकते हैं। साथ ही किसी समस्या का हल ऐडसेंस सपोर्ट टीम या अनुभवी सदस्यों से प्राप्त कर सकते हैं।
5. टाइम पर पेमेंट
छोटी विज्ञापन कम्पनियों से पेमेंट मिलने में बहुतों को दिक्कत हो जाती है। अक्सर उनका पेमेंट टाइम पर नहीं आता है। अगर आप ठीक से रिचर्स वर्क करें तो आपको पता चलता है कि बहुत से ऐड नेववर्क झूठे और बकवास हैं, जिनसे कोई पैसा नहीं मिलता है। दूसरी ओर ऐडसेंस से पेमेंट मिलने में कोई परेशानी नहीं आती है। यह प्रोग्राम पारदर्शी है और समय पर पेमेंट मिल जाता है। बस पेमेंट $100 होने तक अटका रहता है।
ऐडसेंस इंडिया में पेमेंट कैसे भेजता है?
इसलिए इसमें कोई शक़ नहीं है कि ऑनलाइन कमाई करने के लिए ऐडसेंस एक बढ़िया और विश्वसनीय प्रोग्राम है। लेकिन बिजनेस साइटों के लिए ऐडसेंस थोड़ा पेचीदा हो जाता है।
अगर आपने ऐडसेंस प्रोग्राम के नए यूज़र हैं तो आपको गूगल क्रोम पर ऐडसेंस का एडऑन ज़रूर इंस्टाल करना चाहिए इससे आपको आमदनी ट्रैक करने में आसानी होगी।
और भी बहुत से कारण हो सकते हैं, जिनकी वजह से आपको यह प्रोग्राम पसंद आए। नीचे कमेंट बॉक्स का प्रयोग कीजिए और हमसे शेअर कीजिए कि आपको यह ऐड नेटवर्क क्यों पसंद है।