गूगल पेनाल्टी क्या है और साइट को कैसे नुकसान पहुँचाती है

विज्ञापन

गूगल पेनाल्टी / Google Penalties किसी बुखार की तरह है। यह आपके जीवन को दुखी बना सकती है और आपको अपने ध्येय को पाने में बाधा बन सकती है। जैसे कि बुखार आपके शरीर को कमज़ोर कर देता है उसी प्रकार पेनाल्टी आपकी साइट को अपाहिज कर देती है, धीरे-धीरे आपकी साइट का ट्रैफ़िक कम हो जाता है। जिस प्रकार से दवा लेकर बुखार को ठीक किया जा सकता है उसी प्रकार से गूगल पेनाल्टी को भी कुछ निश्चित उपाय करके खत्म किया जा सकता है।गूगल पेनाल्टी क्या हैक्या00

गूगल पेनाल्टी आपकी साइट को कैसे नुकसान पहुँचाती है?

सब कुछ ठीक करने के लिए आवश्यक है कि जानें किसलिए आपकी साइट पर गूगल पेनाल्टी लगायी गयी है? क्या आपने कोई ऐसी सामग्री साइट पर डाली जिसे आपको नहीं डालना चाहिए था? क्या आपकी साइट गूगल पॉलिसी का उल्लंघन तो नहीं करती है।

आपको पता कैसे चलेगा कि आपकी साइट पर पेनाल्टी लगी है? इसके आपको गूगल सर्च कंसोल पर जाकर चेक करना होगा। वहीं आपको इससे सम्बंधित चेतावनी और जानकारी प्राप्त हो जायेगी। जैसे ही गूगल पेनाल्टी लगती है, आपकी साइट का कोई एक पेज सर्च से गायब हो जाता है या फिर पूरी की पूरी साइट ही गूगल सर्च से बाहर निकाल दी जाती है। जिससे आपके साइट पर गूगल सर्च से ट्रैफ़िक आना बंद हो जाता है।

इलाज शुरु करने से पहले बीमारी को जानना ज़रूरी होता है। गूगल पेनाल्टी दो प्रकार की होती है –

1. मैनुअल पेनाल्टी (Manual Penalty)
2. एल्गोरिद्मिक पेनाल्टी (Algorithmic Penalty)

यह जानना आवश्यक है कि ये पेनाल्टी कैसे लगती है, आपकी साइट इससे कैसे प्रभावित होती है और आपकी साइट इससे कैसे उबर सकती है? जैसे ही आप लगी हुई पेनाल्टी को समझ लेते हैं आप आसानी से उससे छुट्टी पा सकते हैं।

गूगल पेनाल्टी अक्सर बेकार पोस्ट, ग़लत साइटों से बैकलिंक, पेड ट्रैफ़िक, ब्लैक हैट एसईओ तकनीक करके ब्लॉग को सर्च में ऊपर लाने की कोशिश में लगे लोगों पर पड़ती है।

अगली पोस्ट में हम गूगल पेनाल्टी क्यों और किसलिए लगायी जाती है? इसकी पहचान कैसे करें? इस पर चर्चा करेंगे।

Keywords: Google Penalty, Manual Google Penalty, Algorithmic Google Penalty

Previous articleकलर वोटर आईडी कार्ड के लिए ऑइलाइन आवेदन
Next articleगूगल पेनाल्टी क्यों और किसलिए लगायी जाती है? इसकी पहचान कैसे करें?
Founder, Tech Prevue. Doing Pro Blogging Since 2008.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here