तकनीक द्रष्टा – मेरा 11 साल का ब्लॉगिंग अनुभव

विज्ञापन

मैं मानता हूँ कि ब्लॉगिंग एक नशा है, ख़ुमार है। एक कीड़ा है जो आपको सुबह उठने के बाद काटता रहता है, जब तक कि आप उसकी भूख शांत न कर दें। अनेक प्रोफ़ेशनल ब्लॉगर्स की तरह यह कीड़ा मुझे भी परेशान करता है और मैं जब तक एक-दो पोस्ट न लिखूँ इसकी भूख नहीं मिटती, मुझे चैन से नींद नहीं आती। कुछ चाहने वाले मेरे लैप्पी को मेरी पहली वाइफ़ कहते हैं। कई ब्लॉगरों ने मेरे 11 साल के ब्लॉगिंग सफ़र के बारे में इच्छा ज़ाहिर की है इसलिए यह पोस्ट आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ।

Taknik Drashta Blogging Journey

परिचय – विनय प्रजापति

नये ब्लॉगरों को यह बात चक्कर में डाल सकती है कि पुराने सभी ब्लॉगर मुझे कवि के रूप में ही जानते हैं। उन्हें मेरा टेक ज्ञान उतना पसंद नहीं है जितनी उन्हें मेरी कविताओं में रुचि है। हालाँकि आज-कल कविताएँ लिखने के लिए उतना समय नहीं मिलता, मगर इन-बिल्ट चीज़ों से कौन अलग हो सका है।

मैंने अपनी ब्लॉगिंग की शुरुआत सन्‌ 2007 में “तख़लीक़-ए-नज़र” नाम के एक वर्डप्रेस.कॉम/WordPress.Com ब्लॉग से की थी। उस समय अन्य ब्लॉगर्स गूगल ब्लॉगर पर थे। उन्हें मेरे ब्लॉग पर कमेंट करना कठिन काम लगता था, इसलिए उन्होंने कहा कि मुझे ब्लॉगर / Blogger पर आ जाना चाहिए। मैंने ब्लॉगर ट्राइ किया और कोड में परिवर्तन करने के अच्छे विकल्प दिखे जो कि किसी वर्डप्रेस.कॉम ब्लॉग में नहीं होते हैं। वर्डप्रेस.कॉम पर यदि आप जावास्क्रिप्ट सम्बंधित विजेट्स प्रयोग करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको पैसे चुकाने पड़ते हैं। यह किसी भी टेक्नो को बुरी लग सकती है।

फिर मैंने ब्लॉगर पर अपना दूसरा ब्लॉग “गुलाबी कोंपलें” खोला। यह ब्लॉग अपने डिज़ाइन और कविताओं की वजह से बहुत सराहा गया। रवींद्र व्यास जी ने गुलाबी कोंपलें की चर्चा वेब दुनिया पर भी की। इसके बाद अन्य ब्लॉग “चाँद, बादल और शाम” बनाया। इसे भी लोगों से बहुत प्यार मिला। गुलाबी कोंपलें और चाँद, बादल और शाम ब्लॉग्स अब प्राइवेट हैं और आप मेरी रचनाएँ “तख़लीक़-ए-नज़र” पर पढ़ सकते हैं।

इतना करने के बाद भी मैं अपना पहला ब्लॉग डिलीट नहीं किया। यही वह ब्लॉग है जिसने मुझे दुनिया भर के बड़े-बड़े शायरों से पहचान करायी।

परिचय – तकनीक द्रष्टा

Taknik Drashta

मेरे ब्लॉगों की सुंदर डिज़ाइन से प्रभावित होकर कई ब्लॉगरों ने मुझसे उन परिवर्तनों के बारे में पूछना शुरु किया। बताने में कितना समय खपाता इसलिए दिसम्बर 2008 में मैंने तकनीक द्रष्टा नाम हिंदी टेक ब्लॉग शुरु किया। जिसे आप अभी पढ़ रहे हैं।

ब्लॉगिंग के साथ करियर भी ज़रूरी है इसलिए 2010 में निफ़्ट, गाँधीनगर में एडमीशन मिलने के बाद मैंने ब्लॉगिंग लगभग छोड़ दी लेकिन दोस्तों के प्यार ने मुझे ब्लॉगिंग की दुनिया में दुबारा साल 2012 में आने को मजबूर कर दिया। फिर मैंने अपने ब्लॉग लिए TechPrevue.com डोमेन ख़रीदा और ब्लॉगिंग फिर से शुरु की।

अब TechPrevue.com पर सिर्फ अंग्रेजी पोस्ट ही प्रकाशित होती है। हिंदी पोस्टों को Taknikdrashta.com पर कर दिया गया है।

Taknik Drashta Android App

अभी हाल ही मोबाइल ऐप्स की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए तकनीक द्रष्टा की एंड्रायड ऐप भी जारी की गयी है। आप इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं

तकनीक द्रष्टा द्वारा जारी अन्य एंड्रायड ऐप की सूची यहाँ है।

परिचय – टेक प्रेवू / Tech Prevue

TechPrevue International

इसी बीच मेरी पहचान डॉ0 राम चंद्र मिश्रा जी से हुई उन्होंने मुझे अंग्रेजी में लिखने के लिए कहा, जिससे मुझे प्रोफ़ेशनल ब्लॉगर बनने में बहुत मदद मिली और मेरे ज्ञान के मुझे पैसे मिलने लगे। यानि लागत के ऊपर लाभ भी हुआ और प्रोफ़ेशनल ब्लॉगिंग की गाड़ी चल पड़ी।

अंग्रेजी में पोस्टें लिखने पर मुझे एडसेंस से आमदनी होनी शुरु हो गयी तो अपने मित्र रवि की सहायता से होस्टगेटर / hostgator.in से तीन साल की होस्टिंग ले ली और तकनीक द्रष्टा ब्लॉग को सेल्फ़ होस्टेड वर्डप्रेस / Self-hosted WordPress पर ले गया।

ऐसा करने पर शुरु-शुरु में दिक्कतें आयीं मगर फिर सब ठीक हो गया और TechPrevue के ब्रांड के तौर पर सबके सामने आने लगा। दुनिया भर से लोगों ने अपने लेख टेकप्रेवू पर प्रकाशित करने शुरु कर दिये, जिससे मेरे सर से पोस्ट लिखने का बोझ कुछ कम हो गया। यह सिलसिला बदस्तूर आज भी जारी है।

ब्लॉगिंग के शुरुआती दिन

Taknik Drashta Ki Shuruaat

मैं हिंदी कविताएँ बचपन से लिखता था और बी.टेक करने के बाद अपनी कविताओं को ऑनलाइन डायरी में सहेजना चाहता था। इसके लिए ब्लॉग से बेहतर क्या हो सकता था। लेकिन कविताएँ लिखते-लिखते तकनीकी ब्लॉगर भी बन गया और बहुत से हिंदी ब्लॉगरों को मुफ़्त टेम्पलेट डिज़ाइन करके दिये और ब्लॉग गैजेट्स उपलब्ध कराये। उस वक़्त ब्लॉगिंग से पैसे कमाने का ख़याल दिल में कभी आया ही नहीं।

लेकिन 2012 में जब ब्लॉगिंग फिर से शुरु की तो अपनी सेवाओं के लिए फ़ीस लेनी शुरु की, क्योंकि बहुत से ब्लॉगर प्रोफ़ेशनल काम फ्री में कराने के आदी हो जा रहे थे और घर भी सुनने को मिलता था कि बेगार करना छोड़ दो। पहले तो मुझे लगा कि कोई मुझे पैसे क्यों देगा वो प्रोफ़ेशनल के पास जायेगा। पर मुझे यह आभास बहुत देर में हुआ कि मेरे अलावा मुझे सभी प्रोफ़ेशनल मानते हैं। और आज मैं एक प्रोफ़ेशनल ब्लॉगर, ब्लॉग कन्सल्टैंट और डिजिटल मार्केटर हूँ। मुझे आश्चर्य होता है जब वे कहते हैं कि मैं उनका गुरु और आदर्श हूँ। ईश्वर की कृपा है कि मेरी सलाह, मेरे अनुभव और मेरे लेख उनके काम आते हैं।

होस्टिंग क्यों और किसलिए

Taknik Drashta Web Hosting

होस्टिंग की ज़रूरत एक टाइमपास / Time pass ब्लॉगर को नहीं होती है। लेकिन यदि आप में जज़्बा है – ब्लॉग से ऑनलाइन कमाई करने का, तब आपको मेरी तरह होस्टिंग ले ही लेनी चाहिए। क्योंकि दुनिया भर के ब्लॉगर आपको तभी सराहेंगे और अपने लेख छापने के लिए देंगे। मैं शुरुआत से ही होस्टगेटर और ब्लूहोस्ट प्रयोग कर रहा हूँ मुझे यही पसंद है। और भी होस्टिंग हैं जो बढ़िया सर्विस देती हैं, जैसे बिग रॉक आदि।

लेकिन यदि आप ब्लॉग पर अपनी पोस्टें ही प्रकाशित करना चाहते हैं तो आपको गूगल ब्लॉगर ही प्रयोग करना चाहिए। बहुत से लोग आपको अनेक दलीलें देंगे लेकिन आज ब्लॉगर बहुत कमाल का एस.ई.ओ फ्रेंडली ब्लॉगिंग प्लेटफ़ार्म है। जो आपको लगभग वर्डप्रेस के बराबर सुविधा देगा, फ़ाइल होस्ट करने जैसी कुछ-एक चीज़ें छोड़कर। अधिक जानकारी के लिए आप मुझे सलाहकार के तौर हायर कर सकते हैं

ब्लॉगर सम्बंधित जानकारियों के आगे का सफ़र

पहले मैं सिर्फ़ गूगल ब्लॉगर, उसके गैजेट्स और एसईओ के बारे में ही लिखता था लेकिन जब मैंने अनुभव किया कि ब्लॉग पर ट्रैफ़िक बढ़ाने के लिए मुझे अपना दायरा बढ़ाना होगा, तब मैंने तकनीकी लेखों में वराइटी लानी शुरु की जिससे मुझे भारत के बाहर अमेरिका, यूरोप, रसिया, ऑस्ट्रेलिया आदि सभी महाद्वीपों से पाठक मिलें और कमाई के रास्ते खुलते गये। बस अब आसमान का अगला छोर ही मेरी मंज़िल है।

मेरी पहली कमाई

Taknik Drashta First Income

जब मैं ब्लॉगर पर ही डोमेन लगाकर ब्लॉगिंग कर रहा था तभी एक कम्पनी ने मेरे ब्लॉग पर अपना विज्ञापन दिखाने के लिए मुझे 5 डॉलर दिये थे, जो कि मेरी पहली कमाई थी। इसके बाद अनेक विदेशी कम्पनियों ने टेकप्रेवू विज्ञापन करने के लिए चुना और उस महीने एडसेंस इनकम जोड़कर कुल कमाई 65 डॉलर पहुँच गयी। जो कि उस समय मेरे लिए बहुत थी। मैं किसी नौसीखिए ब्लॉगर के लिए 65 डॉलर की कमाई को बहुत अच्छा मानता हूँ।

प्रोफेशनल ब्लॉगिंग की ओर पहला क़दम

Taknik Drashta Professional Blogging

मैंने ब्लॉगिंग को प्रोफेशन के रूप करने का निर्णय किसी से प्रेरणा पाकर अचानक नहीं किया। अपने और दूसरे जिन ब्लॉगों का तकनीकि निर्देशन किया, उनसे प्राप्त अनुभवों के आधार पर प्रोफ़ेशनल ब्लॉगिंग की ओर आगे बढ़ रहा हूँ। आज ब्लॉगिंग में लगने वाला सारा खर्च ब्लॉगिंग से ही कमा रहा हूँ। संक्षेप में कहूँ तो लागत पर मुनाफ़ा बहुत अच्छा हो रहा है। अब अपने सारे ब्लॉग बिजनेस प्लांस के हिसाब से चला रहा हूँ ताकि ब्लॉगिंग के अगले पायदानों पर पूरी सावधानी और तेज़ी से आगे बढ़ सकूँ।

भविष्य की योजनाएँ

Taknik Drashta Future

मैं ब्लॉगिंग सिर्फ़ अपने लिए न करकर इसे अन्य ब्लॉगरों के लिए एक अच्छा वैकल्पिक व्यवसाय बनाना चाहूँगा। मैं एक ऐसी कम्पनी स्थापित कर ली है जिसके लिए कई फ्री लांसर और ब्लॉगर्स काम करते हैं। इसके लिए मैंने योजनाबद्ध तरीक़े से काम करना शुरु किया है और जल्द ही ब्लॉगर्स से आवेदन लिए जायेंगे

अच्छी ब्लॉग टीम का महत्व

एक साथ कई ब्लॉग मैनेज करना आसान नहीं है, क्योंकि सभी ब्लॉग के सोशल नेटवर्क भी मैनेज करने होते हैं। इसके लिए एक अच्छी टीम की आवश्यकता होती है। अच्छे भविष्य के लिए टीम प्रोफ़ेशनल होनी चाहिए और टीम को सभी काम जोश के साथ समय से पूरे करने चाहिए।

टीम के हर सदस्य को काम निर्धारित कर दिया जाता है, ज़रूरत पड़ने पर बाहर से एक्सपर्ट भी हायर किये जाते हैं। हमारी कोशिश रहती है कि हर ब्लॉग पर समान रूप से ध्यान दिया जाये ताकि सर्च इंजन में स्थिति सुधरती रहे और अधिक से अधिक पाठक ब्लॉग की ओर आकर्षित हों

सबसे महत्वपूर्ण क्या है?

Taknik Drashta Office

एक कम्पनी के लिए उसमें काम करने वाले सदस्य सबसे महत्वपूर्ण होते हैं इसलिए किसी काम के लिए सही व्यक्ति का चुनाव सबसे कठिन होता है। इस समय मैं पूरी तरह नये ऑफ़िस के बारे में सोच रहा हूँ, उम्मीद है यह दीपावली तक तैयार कर लिया जायेगा।

ब्लॉगिंग में आमदनी की सम्भावनाएँ

यदि आप ब्लॉगिंग में कितनी कमाई की जा सकती है इस बारे में सोच रहे हैं तो आपके पास कमाई के एक नहीं कई विकल्प हो सकते हैं – जैसे एडसेंस, एफ़िलिएट प्रोग्राम्स, कंटेंट राइटिंग, एसईओ आदि। आप ब्लॉगिंग के लिए सीरियसली तैयार हैं तो आप बड़ी आसानी से प्रति माह 50 से 60 हज़ार कमा सकते हैं

सबसे दिलचस्प बात यह है कि आप अपनी मर्ज़ी के मालिक होते हैं और अपनी सुविधा के अनुसार काम करते हैं। आपको किसी की सुननी नहीं पड़ती है, बस अपने काम पर ध्यान लगाना होता है।

अगर आप मन लगाकर ब्लॉगिंग में रम जायें तो आप इतना कमा सकते हैं जितना आप किसी एम.एन.सी कम्पनी में नौकरी करके भी नहीं कमा पायेंगे।

आपने यह पोस्ट पढ़ी इसलिए आपको धन्यवाद!

आप ब्लॉगिंग और एसईओ के सही तालमेल से मनचाही कमाई कर सकते हैं। अगर आप भी ऐसा करने की सोच रहे हैं तो आप हमारे साथ जुड़ सकते हैं। जिससे आपको नयी जानकारियाँ सबसे पहले उपलब्ध कराने की कोशिश की जायेगी। आप हमसे सोशल मीडिया – फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर जुड़ सकते हैं।

इस पोस्ट को लिखने का एक मात्र उद्देश्य तकनीक द्रष्टा के बारे में नये ब्लॉगरों की जिज्ञासा शांत करना है। आप हमें फ़ॉलो करके हमसे जुड़ सकते हैं और हमारे साथ काम कर सकते हैं। यदि आप हमें कोई सुझाव देना चाहें तो आपका हार्दिक स्वागत है।

Previous articleसिर्फ़ अपनी साइटों पर ही गूगल विज्ञापन दिखाएँ
Next articleऑनलाइन कमाई के तरीके – घर बैठे कमाइए
Founder, Tech Prevue. Doing Pro Blogging Since 2008.

4 COMMENTS

  1. पोस्ट के लिए कोटि कोटि धन्यवाद सर … इसमे से कुछ बात निकल के आती है .. जिनसे कुछ मन में प्रश्न आते है …

    की जब दोस्त की सलाह पे आपने इंग्लिश में लिखना शुरू किया तभी आप प्रो. ब्लॉगर बन पाये …क्यों?
    क्या सिर्फ हिंदी में प्रो. ब्लागिंग नहीं की जा सकती?
    उसके लिए इंग्लिश में लिखना या ब्लॉग का एक इंग्लिश version होना जरुरी है .. जैसे की इस ब्लॉग का है?

    आपने कहा english में लिखने से एडसेंस से कमाई होनी शुरू हुई .. तो क्या हिंदी में नहीं होती?

    अब इससे जुड़े मेरे कुछ सवाल .. अगर आप समय निकाल कर समस्या का निवारण कर दे तो बहुत बहुत आभार ..
    क्या सिर्फ हिंदी ब्लॉग अपने दम पे नहीं चल सकते? इनसे कैसे कमाई की जा सकती है? और कितनी? तकनीकी द्रष्टा के हिंदी और इंग्लिश संस्करण से कितनी कमाई होती है(अगर साझा कर सके तो)? अगर हिंदी ब्लॉग से नहीं या नहीं के बराबर कमाई है या इंग्लिश की तुलना में काफी कम है तो फिर हिंदी ब्लॉगिंग सिर्फ शौक न हो तो करने का क्या फायदा?
    हिंदी ब्लॉग search में कैसे आते है जबकि लोग जादातर इंग्लिश या हिंगलिश में सर्च करते है? हिंदी ब्लॉग seo के लिए क्या करे .. ?

    क्या कोई ऐसा ब्लॉग है जो हिंदी में जादा चर्चित होने की वजह से इंग्लिश में भी शुरू किया गया हो?

    हिंदी ब्लॉगिंग का क्या भविष्य है? हिंदी में लोग प्रो ब्लॉगिंग कर के आमदनी करने लग जाये या कम से कम डोमेन होस्टिंग का खर्च निकाल ले इसमे अभी और कितना समय है? ये कभी होगा भी?! हिंदी में जादातर या तो साहित्य से जुडी sites है या बड़े अखबार … इनके आलावा अगर आप खोजने जाये तो सस्ते कंटेंट या यु कहे की सतही .. quotes शायरी .. इसी तरह के ब्लॉग्स की भरमार है .. जो जादातर सर्च में आते है .. गंभीर ब्लॉग्स और bloggers बहुत है हिंदी में पर शायद कमाई न होने की वजह से उनके ब्लॉग उनके लिए टाइमपास जादा है …

    • हिंदी ब्लॉगिंग के शुरुआती दौर में एडसेंस ही नहीं था। ब्लॉग से पैसे कमाना ही प्रोफेशनल ब्लॉगिंग माना जाता रहा है। हिंदी में अब प्रोफेशनल ब्लॉगिंग शुरु हुई है।

      शायद उस वक्त कोई सिरफिरा ही पैसे खर्च करके बिना कमाए हिंदी ब्लॉगिंग कर सकता था। इंग्लिश ब्लॉग को ज़रूरी नहीं था लेकिन जब ऐडसेंस और दूसरे ऐडनेटवर्क सिर्फ़ अंग्रेजी का राग गाएं और तो बेचारा ब्लॉगर क्या करे।

      हिंदी ब्लॉगिंग करने का शौक या ज़रूरत सब आपकी इच्छा है। मैंने ब्लॉगर मित्रों की मदद के लिए हिंदी ब्लॉग चलाया था।

      सर्च एग्लो पर गूगल को दिमाग़ लगाने दीजिए। हमें आपको एसईओ सीखना है और काम करते जाना है। ब्लॉग पर एसईओ संबंधित कई लेख प्रकाशित किए गए हैं।

      तकनीक द्रष्टा के अलावा दूसरा हिंदी ब्लॉग जो चर्चा की वजह से अंग्रेजी में शुरु किया गया हो मेरे संज्ञान में नहीं है।

      सतही ब्लॉगों पर क्या कहा जाए जो बिकेगा वही तो बनाया जाएगा। आज भी वही है लोग सिर्फ सर्च और सीपीसी के हिसाब से लिखते हैं। दिल से लिखने वालों के ब्लॉग कोई नहीं देखता। बेचारे गूगल बाबा भी उससे किनारा कर लेते हैं।

  2. बहुत ही बढ़िया जानकारियां है आपके बारे में पढ़कर motivation मिला है ,मै भी professional ब्लॉग्गिंग की ओर बढ़ रहा हूँ.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here